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मुर्दों की बस्ती / सौरभ

यहाँ मुर्दे बात करते हैं
मौत के बाद बात करते हैं लोग
उसके आदेशों की
जो चला गया
जीवित के जीवन में
नहीं झलकती सोच
नहीं दिखाते आदर्श
जब जीवन विदा हो जाता
राख को पूजते हैं लोग
देते हैं पुरस्कार मरणोपरांत
जीवित राम को मिलता है
यहाँ बनवास
कृष्ण को कहा जाता चोर
बापू को मिलती है गोली
अर्थी को दिया जाता है कँधा
मसीहा को ही दी जाती है सूली
साधो यह मुर्दों की बस्ती