म्हारी जमीन रौ
पैलौ पावंडौ
हर बार
गम जावै
जादू
अर
जंगळ रै बीच
म्हैं सोधूं
दूजां री हथाळी
ऊगती किणी रेख मांय
खुद नै
म्हारी जमीन रौ
पैलौ पावंडौ
हर बार
गम जावै
जादू
अर
जंगळ रै बीच
म्हैं सोधूं
दूजां री हथाळी
ऊगती किणी रेख मांय
खुद नै