जिला रोहतक के गांव बरोणा में 11 मार्च 1950 को जन्म। 1971 में एम. बी.बी.एस तथा 1977 में एम.एस की। सामाजिक बदलाव के कार्यों में नेतृव्य। हरियाणवी में कहानी एवं उपन्यास लेखन। समसामयिक विषयों और जन-नायकों पर सैंकड़ो रागनियां व किस्सों की रचना। मेहरसिंह, बाजे भगत, सफदर, उधम सिंह, आंडी सद्दाम, नया दौर विशेष तौर पर चर्चित। भगवद दयाल चिकित्सा विश्वविधालय, रोहतक में वरिष्ठ प्रोफेसर के पद पर कार्यरत।