Last modified on 28 सितम्बर 2011, at 04:00

रोशनी / राजेन्द्र जोशी

रोशनी कहां से आती है ?
खुले तारों से
खड़े खम्भों से
दिल की दीवारों से
रोशनी कहां से आती है
पानी से
रेत से
पत्थरों से
कुदरत से
रोशनी कहां से आती है ?
आकाश से
पाताल से
हवा से
सूरज से
कहीं से आए
सचलण करनी है
दिल की रोशनी