जब बचपन में
पहले दिन मैं
गया पाठशाला था
लिखा गुरु ने काले पट पर
श्वेत चाक से
अक्षर 'अ '|
जैसे मुझे सिखाया गुरु ने
मुझे चाहिए था
वह करना |
किन्तु ठीक विपरीत चला मैं
लिखे श्वेत पृष्ठों के ऊपर
काले अक्षर
जीवन-भर|
जब बचपन में
पहले दिन मैं
गया पाठशाला था
लिखा गुरु ने काले पट पर
श्वेत चाक से
अक्षर 'अ '|
जैसे मुझे सिखाया गुरु ने
मुझे चाहिए था
वह करना |
किन्तु ठीक विपरीत चला मैं
लिखे श्वेत पृष्ठों के ऊपर
काले अक्षर
जीवन-भर|