Last modified on 1 अप्रैल 2018, at 12:44

लोग / दुष्यन्त जोशी

प्रेम, प्यार-मोहब्बत नै
जद
सगळा धरम ग्रंथ
चोखो बतावै

तद
प्रेम करणियां माथै
लोग
आंगळी क्यूं उठावै

म्हूं सोचूं
कै
लोगां रौ
काम तो है कैणौ
देवै बात-बात में मैणौ।