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दौलत का चंद रोज़ में यूं जादू चल गया / सतीश शुक्ला 'रक़ीब'
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11:17, 14 अप्रैल 2011
कुछ देर बाद चाँद निकल आएगा 'रक़ीब'
अब शाम होने वाली है सूरज तो ढल गया
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SATISH SHUKLA
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