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होशंगाबाद- वैशिष्ट्यम/ शास्त्री नित्यगोपाल कटारे
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20:02, 18 अप्रैल 2011
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रे मन वसतु होशंगाबादे ।
समय-विशिष्टं न तु कुरू नष्टं, व्यर्थे वाद-विवादे ।
Pratishtha
KKSahayogi,
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