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हर सवाल ला जबाब / शास्त्री नित्यगोपाल कटारे
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20:05, 18 अप्रैल 2011
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|रचनाकार=शास्त्री नित्यगोपाल कटारे
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<Poem>
दैया रे दैया सुनो रे भैया
कैसा कामाल हो गया
लाजबाब हर सवाल हो गया।।
बड़ा साहब दलाल हो गया।।
लाजबाब हर सवाल हो गया।।
</poem>
Pratishtha
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