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बेबस ज़िंदगी / त्रिपुरारि कुमार शर्मा
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|रचनाकार=त्रिपुरारि कुमार शर्मा
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ज़मीन और जिस्म के बीच सुगबुगाता आदमी
और बन्द हो गया आदमी का सुगबुगाना
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Tripurari Kumar Sharma
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