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यों उड़ा है नशा जवानी का / गुलाब खंडेलवाल
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15:14, 21 जून 2011
हम उन आँखों की बेज़बानी का
रा
रात
आया था लटें खोले कोई
फूल महका था रातरानी का
Vibhajhalani
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