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अपना चेहरा भी किसी और का लगा है मुझे / गुलाब खंडेलवाल
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18:38, 30 जून 2011
कुछ तेरे दिल में धड़कता हुआ लगा है मुझे
एक
खुशबू
ख़ुशबू
सी ख्यालों में बसी रहती हैसाथ हरदम है कोई
खुशनुमा
ख़ुशनुमा
,लगा है मुझे
यह भी ताक़त न रही चार क़दम उठके चलूँ
Vibhajhalani
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