गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
कोई साथी भी नहीं, कोई सहारा भी नहीं / गुलाब खंडेलवाल
3 bytes added
,
04:10, 2 जुलाई 2011
प्यार में दिल कभी हारा भी है, हारा भी नहीं
चूमते सिर को गये
सैकडों
सैकड़ों
आँधी-तूफ़ान
उनको जीवन की तबाही में पुकारा भी नहीं
Vibhajhalani
2,913
edits