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दीप जलता ही रहेगा रात भर / गुलाब खंडेलवाल
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04:34, 2 जुलाई 2011
प्यार छलता ही रहेगा रात भर
कोई मन में बीन यादों की
लिए
लिये
सुर बदलता ही रहेगा रात भर
Vibhajhalani
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