गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
मेरा जीना प्यार का जीना, उनकी बातें काम की बातें / गुलाब खंडेलवाल
No change in size
,
22:42, 3 जुलाई 2011
काम की बातें फिर कर लेंगें, आज तो हों बेकाम की बातें
जिसने गुलाब में कांटें चुभाये, उसने बड़ा
अहसान
एहसान
किया है
कौन नहीं तो प्यार में करता, मेरी तरह गुमनाम की बातें!
<poem>
Vibhajhalani
2,913
edits