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ज़िन्दगी में यह सवाल उठता है अक्सर, क्या करें! / गुलाब खंडेलवाल
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22:59, 3 जुलाई 2011
बेसहारा, बेअसर, बेआस, बेपर, क्या करें!
जब क़यामत में ही होगा
फैसला
फ़ैसला
हर बात का
तू ही बतला हम तेरे वादे को लेकर क्या करें!
Vibhajhalani
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