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नज़र अब उनसे मिलाने की बात कौन करे / गुलाब खंडेलवाल
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20:40, 6 जुलाई 2011
हमारी बात को सुनकर वे हँसके बोल उठे,
'सही है
,
बीते ज़माने की बात कौन करे!'
सही है, ठीक है, सच्चे हो तुम्हीं, हम झूठे
Vibhajhalani
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