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यों उड़ा है नशा जवानी का / गुलाब खंडेलवाल
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19:55, 7 जुलाई 2011
जैसे बालू पे हर्फ़ पानी का
खून
ख़ून
से अपने लिख गए हैं जवाब
हम उन आँखों की बेज़बानी का
Vibhajhalani
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