गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
पीने की देर है न पिलाने की देर है / गुलाब खंडेलवाल
1 byte removed
,
19:21, 8 जुलाई 2011
देखेंगे सर को गोद में हम उनकी रात भर
बेहोश
हो के
होके
होश में आने की देर है
दम भर में बदल जायगी रंगत तेरी, गुलाब!
Vibhajhalani
2,913
edits