गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
आपके दिल में हमारी भी चाह है कि नहीं! / गुलाब खंडेलवाल
1 byte removed
,
20:13, 8 जुलाई 2011
पर इधर आपकी तिरछी निगाह है कि नहीं!
झुकके आँखों में
किसी की
किसीकी
ये पूछते हैं गुलाब
'आपके दिल में पहुँचने की राह है कि नहीं!'
<poem>
Vibhajhalani
2,913
edits