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तू जिसके लिए बेचैन है यों, वह दर्द को तेरे जान तो ले / गुलाब खंडेलवाल
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20:00, 9 जुलाई 2011
सीने पे न रक्खे हाथ मगर, सीने की तड़प पहचान तो ले
होठों
होँठों
पे न आये नाम तेरा, वह मुड़के तुझे देखे भी नहीं
तू भी है उसीका दीवाना, इस बात को दिल में जान तो ले
Vibhajhalani
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