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रुक्मिणी बोली, -- 'पत्रा लाओ / गुलाब खंडेलवाल
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19:30, 19 जुलाई 2011
क्यों स्वामी ने यों सुधि खोयी!
भय है प्रीति न जागे सोयी
कहीं एक
है
राधा
है
कोई
उससे इन्हें बचाओ'
Vibhajhalani
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