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मेरे अंतर में छा जाओ / गुलाब खंडेलवाल
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20:14, 19 जुलाई 2011
कितने भी दो आगे-आगे
शिशु को
राजभोग
राज-भोग
मुँहमाँगे
अपने घर की सुधि जब जागे
उनसे भुला न पाओ
Vibhajhalani
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