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हम तो गाकर मुक्त हुए/ गुलाब खंडेलवाल
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21:56, 21 जुलाई 2011
हम तो गाकर मुक्त हुए
तेरी थाती जन-जन
तक पहुंचाकर मुक्त
तक पहुँचाकर मुक्त
हुए
कुछ भी किया न हो जीवन में
हम तो गाकर मुक्त हुए
तेरी थाती जन-जन
तक पहुंचाकर मुक्त
तक पहुँचाकर मुक्त
हुए
<poem>
Vibhajhalani
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