गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
अमर बेल / सुरेश यादव
3 bytes removed
,
04:48, 12 अगस्त 2011
<poem>
समर्पण की उसकी
अपनी
अअदा
अदा
है
लिपटता है इअस अदा से
जिस पेड़ पर भी
डा० जगदीश व्योम
929
edits