Changes

नेता (दो) / अक्षय उपाध्याय

3 bytes removed, 10:06, 26 अगस्त 2011
फूलेगा तू
और एक ही दिन में
पचास वर्शःओं वर्षों की कमी छू लेगा
कभी यहाँ
कभी वहाँ
मौसम के झूले पे झूलेगा
बातों की सिक्कड़ में बंधीबँधी
तेरी आत्मा
चोर दरवाज़ों से साँस लेगी
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,637
edits