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16:15, 29 अगस्त 2011 निभाई यार से यारी, मेरा श'ऊर था वो|<br />
मगर, यूँ लगता है अब तो, मेरा क़ुसूर था वो|१|<br />
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चली हवा तो पतंगे सा उड़ गया पल में|<br />
बताया लोगों ने मुझको, मेरा ग़ुरूर था वो|२|<br />
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वो जो हसीन परी का ख़याल था दिल में|<br />
सही कहूं, तो ख़यालात का फ़ितूर था वो|३|<br />
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फ़क़ीर दिल ने इरादा बदल दिया, वरना|<br />
वो चाँद बाँहों में ही था, न मुझसे दूर था वो|४|<br />