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आज तो पूनो मचल पड़ी / गुलाब खंडेलवाल
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21:19, 10 अक्टूबर 2007
आज तो पूनो मचल पड़ी
अलकों में मुक्ताहल भरके
आँखें बड़ी बड़ी
आज तो पूनो मचल पड़ी
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