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आपकी याद आती रही रात भर / पुरुषोत्तम अब्बी "आज़र"
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शब निगाहों को भाती रही रात भर
मैने तुझको
भुलया
भुलाया
तो दिल से मगर
याद सीना जलाती रही रात भर
Purshottam abbi "azer"
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