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रश्मिरथी / तृतीय सर्ग / भाग 3
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,
17:39, 17 सितम्बर 2011
:जो था असाध्य, साधने चला।
जन
जब
नाश मनुज पर छाता है,
पहले विवेक मर जाता है।
Vishu1615
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