गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
रफ़्ता रफ़्ता आदमी जब क़ाफ़िलों में बट गया / रविंदर कुमार सोनी
12 bytes removed
,
03:06, 28 फ़रवरी 2012
extra cat removed
}}
{{KKCatGhazal}}
{{KKShayar}}
<poem>
रफ़्ता रफ़्ता आदमी जब क़ाफ़िलों में बट गया
Ravinder Kumar Soni
193
edits