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आये बदरा छाये / अवनीश सिंह चौहान
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15:47, 11 मार्च 2012
सूरज आँख-मिचौनी
घुले-मिले तो ऐसे-जैसे
मिश्री
मिसरी
के संग नैनी
बाट जोहते रहे बटोही
Abnish
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