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श्री हनुमत अष्टक / शिवदीन राम जोशी
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15:22, 25 अप्रैल 2012
<poem>
(छंद सवैया)
सुख सम्पति दायक, राम के पायक, सत्य सहायक,
संकट
हरी
हारी
|
ध्यान दे ज्ञान दे शक्ति दे भक्ति दे, मुक्ति सामिप्य दे शरण तिहारी ||
रघुनन्दन के प्रिय प्रेमी तुम्ही, हनु दर्शन दे हमको शुभकारी |
Kailash Pareek
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