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आग है, पानी है, मिट्टी है / कृष्ण बिहारी 'नूर'
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15:09, 8 मई 2012
मुझ को मुझ से जुदा कर के जो छुपा है मुझ में|
मेरा ये हाल उभरती हुई
??????
तमन्ना
जैसे,
वो बड़ी देर से कुछ ढूंढ रहा है मुझ में|
Purshottam abbi "azer"
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