गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
मुस्कान / अजेय
247 bytes added
,
08:13, 24 मई 2012
'<poem>पूरी ज़िन्दगी में क्या हो पाया मुझ से सिवा एक संक्...' के साथ नया पन्ना बनाया
<poem>पूरी ज़िन्दगी में
क्या हो पाया मुझ से
सिवा एक संक्षिप्त मुस्कान के
खुलकर रो भी नहीं पाया।
</poem>
अजेय
97
edits