गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
बामियान में बुद्ध / राजेन्द्र राजन
14 bytes added
,
06:18, 1 जून 2012
|रचनाकार=राजेन्द्र राजन
}}
<poem>
निश्चिन्त होकर वे जा चुके थे उस सुनसान जगह से
जो बामियान के पहाड़ों को रह-रह कर सुनाई देता था
बामियान के पथरीले सन्नाटे में ।
</poem>
Dr. ashok shukla
Mover, Reupload, Uploader
7,916
edits