{{KKShayar}}
<sort order="asc" class="ul">
* [[होटों पे कभी जिनके दुआ तक नहीं आती / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[फिर अम्न के पैकर की फिज़ा क्यों नहीं आती / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[लाखों अरमान थे काग़ज़ पे, निकाले कितने / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[जब दुबारा कभी मिलूँ उससे / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]