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{{KKRachna
|रचनाकार=अज्ञेय
|संग्रह=हरी घास पर क्षण भर / अज्ञेय; सन्नाटे का छन्द / अज्ञेय
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जब पपीहे ने पुकारा- मुझे दीखा।
'''इलाहाबाद, १ अगस्त, १९४८'''
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