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बुलबुल / हरिवंशराय बच्चन
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05:30, 28 सितम्बर 2012
जगत् कोलाहल में कल्लोल;
दुखो से पागल होकर आज
रही बुलबुल
दलों
डालों
पर बोल !
Sharda suman
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