Changes

बाकी बच गया अण्डा / नागार्जुन

4 bytes added, 17:23, 17 अक्टूबर 2012
{{KKCatKavita‎}}
<poem>
पाँच पूत भारतमाता के, दुश्मन था खूंखारखूँखारगोली खाकर एक मर गया,बाकी बाक़ी रह गये गए चार
चार पूत भारतमाता के, चारों चतुर-प्रवीन
देश-निकाला मिला एक को, बाकी बाक़ी रह गये गए तीन
तीन पूत भारतमाता के, लड़ने लग गये गए वोअलग हो गया उधर एक, अब बाकी बाक़ी बच गये गए दो
दो बेटे भारतमाता के, छोड़ पुरानी टेक
चिपक गया है एक गद्दी से, बाकी बाक़ी बच गया एक
एक पूत भारतमाता का, कन्धे पर है झन्डाझण्डापुलिस पकड कर जेल ले गई, बाकी बच गया अंडाअण्डा
'''रचनाकाल : 1950
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,623
edits