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फिर ज़माने में कहीं रूसवा मेरी चाहत न हो / वीरेन्द्र खरे 'अकेला'
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16:25, 16 नवम्बर 2012
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|रचनाकार=वीरेन्द्र खरे 'अकेला'
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संग्रह=
अंगारों पर शबनम/वीरेन्द्र खरे 'अकेला'
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Tanvir Qazee
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