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दिल्ली के दिल में दरार / त्रिपुरारि कुमार शर्मा
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18:00, 6 जनवरी 2013
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जबसे दिल्ली के दिल में दरार
देखा
देखी
है
मेरे गले के गुलदान में रखी हुई
साँस की सफ़ेद कलियाँ सूखने लगी हैं
Tripurari Kumar Sharma
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