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{{KKShayar}}
* [[ आख़िर-ए-शब वो तेरी अँगड़ाई / 'अज़ीज़' वारसी]]* [[दिल में हमारे अब कोई अरमाँ नहीं रहा / 'अज़ीज़' वारसी]]* [[हर जगह आप ने मुमताज़ बनाया है मुझे / 'अज़ीज़' वारसी]]* [[इक हम के उन के वास्ते महव-ए-फ़ुग़ाँ रहे / 'अज़ीज़' वारसी]]* [[इतने नज़दीक से आईने को देखा न करो / 'अज़ीज़' वारसी]]* [[जहाँ में हम जिसे भी प्यार के क़ाबिल समझते हैं / 'अज़ीज़' वारसी]]* [[ख़ुशी महसूस करता हूँ न ग़म महसूस करता हूँ / 'अज़ीज़' वारसी]]* [[शीशा लब से जुदा नहीं होता / 'अज़ीज़' वारसी]]* [[सोज़िश-ए-ग़म के सिवा काहिश-ए-फ़ुर्क़त के सिवा / 'अज़ीज़' वारसी]]* [[तेरी महफ़िल में फ़र्क़-ए-कुफ़्र-ओ-ईमाँ कौन देखेगा / 'अज़ीज़' वारसी]]* [[तेरी तलाश में निकले हैं तेरे दीवाने / 'अज़ीज़' वारसी]]* [[उस ने मेरे मरने के लिए आज दुआ की / 'अज़ीज़' वारसी]]* [[ये हम पर लुत्फ़ कैसा ये करम क्या / 'अज़ीज़' वारसी]]