Changes

कबीर के पद / कबीर

No change in size, 03:13, 15 अप्रैल 2013
रहना नहीं देस बिराना है।
यह संसार कागद की पुडि़यापुड़िया, बूँद पड़े घुल जाना है।
यह संसार कॉंट की बाड़ी, उलझ-पुलझ मरि जाना है।