गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
घूँघट के पट / कबीर
13 bytes added
,
07:30, 7 जुलाई 2013
|रचनाकार=कबीर
}}
{{KKCatPad}}
घूँघट का पट खोल रे, तोको पीव मिलेंगे।
Mani Gupta
Delete, Mover, Reupload, Uploader
2,357
edits