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{{KKShayar}}
* [[ बदन को ज़ख़्म करें ख़ाक को लबादा करें / मंजूर 'हाशमी']]* [[फ़ौज की आख़िरी सफ़ हो जाऊँ / मंजूर 'हाशमी']]* [[ख़याल ओ शौक़ को जब हम तेरी तस्वीर करते हैं / मंजूर 'हाशमी']]* [[किसी बहाने सही दिल लहू तो होना है / मंजूर 'हाशमी']]* [[कुछ ख़याल-ए-दिल-ए-नाशाद तो कर लेना था / मंजूर 'हाशमी']]* [[न सुनती है न कहना चाहती है / मंजूर 'हाशमी']]* [[न कोई ज़मीं न कोई आसमाँ माँगते हैं / मंजूर 'हाशमी']]* [[सर पर थी कड़ी धूप बस इतना ही नहीं था / मंजूर 'हाशमी']]* [[यक़ीन हो तो कोई रास्ता निकलता है / मंजूर 'हाशमी']]