वर्ष 1987 से दैनिक नईदुनिया इन्दौर,के ‘अधबीच’ कालम में व्यंग्य लेखन से सृजन-यात्रा का आरंभ । कविताएँ देश की प्रमुख पत्रिकाओं में प्रकाशित व्यंग्य यात्रा-विवरण,लेख तथा बाल साहित्य भी पत्र- पत्रिकाओें में प्रकाशित । कविता संग्रह ‘शब्द तुम कहो’ 2004 में। भाषा साँस लेती है [कविता संग्रह ] 2011 में
रचना समय काव्य पुस्तिका " आवाज एक पुल है "दिसंबर २००९ मे पुरस्कार- कविता संग्रह ‘शब्द तुम कहो’ के लिये मध्य-प्रदेश की संगीत कला अकादमी, का ‘रजा पुरस्कार’ 2005। अम्बिका प्रसाद दिव्य अलंकरण 20 1 2 'भाषा साँस लेती है के लिए '.
सम्पर्क- 14 ए सागर एस्टेट