गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
लौ-ए-दिल जला दूँ क्या / जॉन एलिया
15 bytes added
,
07:27, 1 सितम्बर 2013
{{KKRachna
|रचनाकार= जॉन एलिया
}}
<poem>
{{KKVID|v=
n68eqD4JqDc
pe0hhQP6Zg8
}}
{{KKCatNazm}}
<poem>
फारेहा निगारिना, तुमने मुझको लिखा है
"मेरे ख़त जला दीजे !
Sharda suman
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader,
प्रबंधक
35,130
edits