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चाह एक शिक्षक की / भारती पंडित
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03:50, 5 सितम्बर 2013
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जानती हूँ मैं कि दहलीज पर खड़ी हो तुम,
दस्तक देने को तैयार शायद करती हो इंतज़ार
Sharda suman
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