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07:38, 26 अक्टूबर 2013 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=हरकीरत हकीर
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<poem>इक छोटी सी चिड़िया
जो छूना चाहती थी आकाश
पर हर बार डर जाती थी
किसी और के सुनहरी पंखों को देख
वह नहीं जानती थी
आकाश सिर्फ खूबसूरत
पंखों वालों का ही नहीं
ऊंची उड़ान की सोच
रखने वालों का भी
होता है ….
</poem>
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